[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
इंतजार करती रही साधना निकल लिए शिवराज
उपराष्ट्रपति Jagdeep Dhankhar का सफर, क्या है नए उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया
BIG BREAKING : उपराष्ट्रपति धनखड़ का इस्तीफा
सड़कों पर पंडाल और स्वागत द्वार पर हाईकोर्ट में सुनवाई, कोर्ट ने कहा- अनुमति लेने की गाइडलाइंस लागू रहेगी
विपक्ष पर जवाबी हमले का मोदी ने दिया मंत्र, 17 विधेयक लाने की तैयारी, उद्धव शिवसेना के सांसदों के टूटने की चर्चा गर्म
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने ED के बयान पर दी प्रतिक्रिया, साथ में ED को लेकर दो फोटो भी की पोस्ट
राज्यसभा में मल्लिकार्जन खरगे, लोकसभा में राहुल ने ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार को घेरा
मानसून सत्र हंगामेदार, लेकिन इस मामले पर पक्ष-विपक्ष एकजुट  
ED का बड़ा खुलासा, चैतन्य बघेल को घोटाले से मिले 16 करोड़ 70 लाख को रियल स्टेट में किया निवेश
केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन का 101 साल की उम्र में निधन
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.

Home » पहले से संपन्‍न लोगों की भर रही तिजोरी, नहीं बन रहे हैं नए अमीर

देश

पहले से संपन्‍न लोगों की भर रही तिजोरी, नहीं बन रहे हैं नए अमीर

Arun Pandey
Last updated: March 6, 2025 3:32 pm
Arun Pandey
Share
SHARE

  • ब्लूम वेंचर्स की रिपोर्ट के मुताबिक देश की 10 फीसदी आबादी ही सशक्‍त उपभोक्‍ता और आर्थिक विकास का सहारा

नई दिल्‍ली। अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन ने लिखा है कि गरीब होने का मतलब किसी काल्पनिक गरीबी रेखा से नीचे रहना नहीं है, जैसे कि दो डॉलर प्रतिदिन या उससे कम की आय। इसका मतलब आय का वह स्‍तर है जो किसी व्यक्ति को उसकी जरूरतों को पूरा करने की अनुमति नहीं देता है।

हाल ही में आई वेंचर कैपिटल फर्म ब्लूम वेंचर्स की “इंडस वैली एनुअल रिपोर्ट-2025” भारत में इसी तरह की तस्‍वीर पेश रही है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत की एक अरब 40 करोड़ की आबादी में से एक अरब लोगों के पास बुनियादी जरूरतों पर खर्च करने को पैसे नहीं हैं। जिसका मतलब यह है कि सिर्फ 10 फीसदी आबादी ही सशक्‍त उपभोक्‍ता और आर्थिक विकास का सहारा है।

ब्लूम वेंचर्स की रिपोर्ट बताती है कि एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में शामिल भारत में नए अमीरों की संख्‍या नहीं बढ़ रही है, जो पहले से ही संपन्न हैं वो और अमीर हो रहे हैं। इससे खरीदी की क्षमता तो बढ़ रही है, लेकिन खरीदारों की संख्‍या में इजाफा नहीं हो रहा है।

केंद्र सरकार के आंकड़े भी बताते हैं कि मौजूदा समय में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देने की जरूरत पड़ रही है। यह योजना अब 2028 तक चलेगी। मुफ्त राशन भी अप्रतक्ष्‍य रूप से एक तरह की आर्थिक मदद ही है, क्‍योंकि इसका लाभ लेने वालों को इस पर खर्च नहीं करना पड़ रहा है।

क्‍यों घटी खर्च करने की क्षमता
ब्लूम वेंचर्स रिपोर्ट तैयार करने वालों में से एक सजित पाई ने मीडिया को बताया कि हाल के दिनों में उपभोग में आई मंदी केवल खरीदी क्षमता घटने की वजह से नहीं आई है। आमजन की आर्थिक बचत में कमी और कर्ज में बढ़ोत्‍तरी भी इसका कारण है। पाई ने बताया कि बैंकों ने भी आसान और असुरक्षित कर्ज पर नकेल कसी है। भारत के इमर्जिंग या आकांक्षी वर्ग का अधिकांश उपभोग खर्च इसी तरह के कर्ज से हो रहा था, इसे बंद करने का कुछ असर निश्चित रूप से उपभोग पर पड़ेगा।

बढ़ रहा है प्रीमियमाइजेशन का ट्रेंड
रिपोर्ट के अनुसार, भारत के उपभोक्ता बाजार को “प्रीमियमाइजेशन” ने नई दिशा दी है। जहां ब्रांड्स अब बड़े पैमाने पर उत्पादों के बजाय प्रीमियमाइजेशन पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। रियल स्‍टेट सेक्‍टर में देश में सस्‍ती दरों पर मिलने वाले घरों की हिस्सेदारी घटकर सिर्फ 18 फीसदी रह गई है, जबकि पांच साल पहले यह 40 फीसदी थी। इसके अलावा, “एक्सपीरियंस इकॉनमी” में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है, जिसका प्रमाण कोल्डप्ले और एड शीरन के हाउसफुल कॉन्सर्ट्स के रूप में दिया गया है।

TAGGED:indian middle classIndus Valley Annual Report 2025macro-economic
Share This Article
Email Copy Link Print
Previous Article No more a routine correction
Next Article टीवी में डिबेट के लिए गए थे आईआईटियन बाबा, बात हाथापाई तक पहुंच गई

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

इसी सप्‍ताह जम्मू-कश्मीर का दौरा कर सकते हैं पीएम मोदी, जानें कौन सी ट्रेन को दिखाएंगे हरी झंडी

द लेंस डेस्‍क। पहलगाम आतंकी हमले और आपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली…

By Lens News Network

पूर्व राज्यपाल शेखर दत्त की मौत, इलाज के दौरान एम्स में तोड़ा दम

रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल शेखर दत्त का बुधवार को एम्स में इलाज के दौरान निधन…

By Danish Anwar

छत्तीसगढ़ में हस्तशिल्प विकास की अपार संभावना – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय मंगलवार को राजधानी रायपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय…

By Lens News

You Might Also Like

Rahul Gandhi, Bhopal
देश

राहुल गांधी का कटाक्ष, “ट्रंप का फोन आया और पीएम मोदी सरेंडर”

By Lens News Network
देश

सुशांत सिंह राजपूत मामले में रिया को क्लीनचिट, ट्रायल करने वाली मीडिया के मुंह पर तमाचा

By Amandeep Singh
DGCA
देश

प्लेन क्रैश के बाद DGCA ने AIR INDIA के तीन अधिकारियों को हटाने का दिया आदेश

By Poonam Ritu Sen
Chenab Bridge Inauguration
देश

पहलगाम हमला मानवता और कश्मीरियत पर हमला : पीएम मोदी

By Lens News Network
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?