[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
उत्तर भारत में ठंड का कहर, बर्फबारी और शीतलहर जारी, दिल्ली में ठंड और प्रदूषण की दोहरी मार
इंडिगो क्राइसिस के बाद DGCA ने लिया एक्शन, अपने ही चार इंस्पेक्टर्स को किया बर्खास्त,जानिये क्या थी वजह
ट्रैवल कारोबारी ने इंडिगो की मनमानी की धज्जियां उधेड़ी
287 ड्रोन मार गिराने का रूस का दावा, यूक्रेन कहा- हमने रक्षात्मक कार्रवाई की
छत्तीसगढ़ सरकार को हाई कोर्ट के नोटिस के बाद NEET PG मेडिकल काउंसलिंग स्थगित
विवेकानंद विद्यापीठ में मां सारदा देवी जयंती समारोह कल से
मुखर्जी संग जिन्ना की तस्‍वीर पोस्‍ट कर आजाद का BJP-RSS पर हमला
धान खरीदी में अव्यवस्था के खिलाफ बस्तर के आदिवासी किसान सड़क पर
विश्व असमानता रिपोर्ट 2026: भारत की राष्ट्रीय आय का 58% हिस्सा सबसे अमीर 10% लोगों के पास
लोकसभा में जोरदार हंगामा, विपक्ष का वॉकआउट, राहुल गांधी ने अमित शाह को दे दी चुनौती
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
दुनिया

‘बड़े युद्ध’ के लिए स्टालिन ने कसी कमर, परिसीमन को बताया दक्षिण के राज्यों पर तलवार

The Lens Desk
The Lens Desk
Published: February 26, 2025 3:59 PM
Last updated: March 6, 2025 3:32 PM
Share
SHARE

  • परिसीमन से तमिलनाडु की लोकसभा सीटें कम होने के संभावित खतरों पर बुलाई सर्वदलीय बैठक
  • नई शिक्षा नीति के तहत राज्‍य में हिंदी थोपने का लगाया आरोप

चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने राज्‍य के अधिकारों की बुनियाद पर ‘बड़े युद्ध’ का ऐलान कर कर दिया है। परिसीमन से लोकसभा सीटें कम होने के खतरे और हिंदी थोपने के विरोध के मुद्दे पर चर्चा के लिए स्टालिन ने 5 मार्च को 40 दलों की सर्वदलीय बैठक बुलाई है। उन्‍होंने चेतावनी दी है कि राज्य एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है, जहां उसे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए एकजुट होना होगा।

मुख्यमंत्री स्टालिन ने विशेष रूप से लोकसभा परिसीमन के संभावित खतरों पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि तमिलनाडु ने परिवार नियोजन नीतियों को सफलतापूर्वक लागू किया है, जिससे राज्य की जनसंख्या वृद्धि नियंत्रित रही। अगर जनसंख्या के आधार पर परिसीमन लागू किया जाता है, तो तमिलनाडु को 39 सांसदों में से 8 सीटें खोने का खतरा है, जिससे संसद में राज्य का प्रतिनिधित्व कम हो जाएगा।

इसके अलावा मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर राज्य में हिंदी थोपने का आरोप लगाते हुए कहा है कि यह एक और भाषा युद्ध का बीज बोने जैसा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि तमिलनाडु किसी विशेष भाषा के खिलाफ नहीं है, लेकिन मातृभाषा तमिल पर किसी अन्य भाषा के वर्चस्व को स्वीकार नहीं करेगा।

स्टालिन को क्‍यों है नुकसान का खतरा ?

स्टालिन का कहना है कि तमिलनाडु विकास के हर क्षेत्र में अग्रणी है, लेकिन जनसंख्या आधारित परिसीमन के चलते राज्य की लोकसभा सीटों में कमी आने की आशंका है। परिवार नियोजन और जनसंख्या नियंत्रण के सफल प्रयासों की वजह से तमिलनाडु को 8 लोकसभा सीटें खोने का खतरा है। वर्तमान में राज्य के पास 39 सीटें हैं, जो परिसीमन के बाद घटकर 31 रह सकती हैं। इससे संसद में राज्य का प्रतिनिधित्व कमजोर होगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति, केंद्रीय निधि जैसी नीतियों पर भी सवाल उठाते हुए स्‍टालिन का तर्क है कि इन मामलों को संसद में प्रभावी ढंग से उठाने के लिए पर्याप्त सांसदों की जरूरत होगी। यदि जनसंख्या को आधार बनाकर परिसीमन किया जाता है तो राज्‍य के लोकसभा सांसदों की संख्‍या घटने का खतरा है।

दक्षिण बनाम उत्तर की बहस

स्टालिन का कहना है कि तमिलनाडु और अन्य दक्षिणी राज्यों ने जनसंख्या नियंत्रण की नीति का अच्छे से पालन किया है। क्या हमें इसके बदले में सीटें कम करके सजा दी जाएगी। वह डर दिखा रहे हैं कि यूपी, बिहार, राजस्थान, एमपी की सीटें बढ़ सकती हैं क्‍योंकि वहां जनसंख्‍या में वृद्धि है। राजनीतिक विश्‍लेषकों का कहना है कि स्टालिन इसी बहाने दक्षिण बनाम उत्तर की बहस को खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं। अगर तमिलनाडु में इस तरह की बहस को बल मिलता है तो इसका असर कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्‍यों पर भी पड़ सकता है।

40 दलों को बैठक के लिए बुलावा

स्टालिन ने राज्य के सभी 40 पंजीकृत राजनीतिक दलों को इस सर्वदलीय बैठक में शामिल होने का निमंत्रण दिया है। उन्होंने राजनीतिक मतभेदों को दरकिनार करते हुए सभी दलों से एकजुट होकर राज्य के अधिकारों और प्रतिनिधित्व की रक्षा के लिए सहयोग करने की अपील की है।

TAGGED:Big_NewsDelimitationMK StalinPoliticalpoliticsTamilNadu
Previous Article सरकार ने कैदियों का कराया गंगा जल से स्‍नान, गृहमंत्री ने कहा – ‘आध्यात्मिक और मानसिक शुद्धि का मिला अवसर’
Next Article Kumbh redefined
Lens poster

Popular Posts

जनगणना में आदिवासियों की धार्मिक पहचान पर संकट, उठ रहे सवाल

देश में 2027 में प्रस्तावित जनगणना में जातियों के लिए अलग कॉलम शामिल करने का…

By अरुण पांडेय

लार्ड्स में 22 रन से टेस्ट मैच हारा भारत, इंग्लैंड ने सीरीज में 2-1 से बनाई बढ़त

स्पोर्ट्स डेस्क। इंग्लैंड के साथ खेले जा रहे एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी (Anderson–Tendulkar Trophy) में भारत सीरीज…

By दानिश अनवर

जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के मुख्य अमित बघेल को पुलिस ने घोषित किया भगोड़ा, 5 हजार का ईनाम रखा

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है। थाना…

By दानिश अनवर

You Might Also Like

दुनिया

एलन मस्क के स्टारशिप में लॉन्च के कुछ ही मिनट बाद विस्‍फोट, अमेरिका का एथेना लैंडर चांद पर उतरा लेकिन संपर्क टूटा

By The Lens Desk
छत्तीसगढ़

नक्सलियों पर कार्रवाई की कांग्रेसी नेताओं ने की तारीफ, जानिए क्‍या बोले गृहमंत्री विजय शर्मा

By अरुण पांडेय
mehul choksi arrested
दुनिया

गिरफ्तार होते ही मेहुल ने खुद को बताया बीमार, 13850 करोड़ का फ्रॉड कर था फरार

By अरुण पांडेय
P Sunderraj
छत्तीसगढ़

नक्सली सुधाकर और भास्कर को हिरासत में लेकर मारने का संगठन का दावा, आईजी सुंदरराज ने कहा – सारे ऑपरेशन SOP के तहत

By Lens News

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?