- सेंसेक्स में मामूली बढ़त और निफ्टी में नुकसान
- बीते पांच महीने से जारी है गिरावट का दौर
नई दिल्ली। शेयर बाजार में पिछले पांच महीने से जारी गिरावट से उबरने के मजबूत संकेत दिखाई नहीं दे रहे हैं। 25 फरवरी को सेंसेक्स मामूली बढ़त के साथ तो निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुआ।
सेंसेक्स 147.71 अंक यानी 0.20 फीसदी बढ़कर 74,602.12 पर और निफ्टी 5.80 अंक यानी 0.03 फीसदी गिरकर 22,547.55 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 75,000 के आंकड़े को छूने की नाकाम कोशिश के बीच छोटे निवेशकों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई दे रही हैं। अब बड़ा सवाल यह है कि जब एफआईआई (FII) भारतीय बाजारों से पैसे निकालकर चीन के बाजार में लगा रहे हैं तो छोटे निवेशक क्या करें?
10 फीसदी से अधिक गिर चुका बाजार
इस साल 31 जनवरी के बाद से निवेशकों को 26 लाख करोड़ रुपये (लगभग 306 अरब डॉलर) का नुकसान हुआ है। यदि जनवरी महीने की गिरावट को भी शामिल किया जाए, तो यह आंकड़ा बढ़कर 45 लाख करोड़ रुपये (520 अरब डॉलर) तक पहुंच जाता है। भारतीय बाजार 10 फीसदी से अधिक गिर चुका है।
छोटे निवेशक इन बातों का रखें ध्यान
- घबराएं नहीं, धैर्य बनाए रखें: बाजार में गिरावट स्वाभाविक है और यह हमेशा स्थायी नहीं रहती। जल्दबाजी में शेयर बेचने से नुकसान हो सकता है।
- अपने निवेश की समीक्षा करें: यह देखें कि आपके निवेश किस प्रकार के हैं – क्या वे मजबूत कंपनियों में हैं? अच्छी कंपनियों के शेयर लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न देते हैं, इसलिए धैर्य रखना जरूरी है।
- एसआईपी और लंबी अवधि के निवेश जारी रखें: यदि आप एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए निवेश कर रहे हैं, तो इसे जारी रखें। बाजार गिरने पर कम दाम में ज्यादा यूनिट्स खरीदने का मौका मिलता है, जिससे भविष्य में लाभ हो सकता है।
- अच्छे स्टॉक्स में खरीदारी का मौका: जब बाजार गिरता है, तो मजबूत कंपनियों के शेयर सस्ते हो जाते हैं। ऐसे समय में रिसर्च करके अच्छी कंपनियों के शेयर खरीद सकते हैं।
- इमरजेंसी फंड बनाए रखें: बाजार के उतार-चढ़ाव को सहने के लिए 6-12 महीनों का इमरजेंसी फंड जरूर रखें। इससे आपको शेयर बेचने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- एक्सपर्ट्स की सलाह लें: अगर आप अनिश्चित हैं, तो किसी वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें। अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई (विभिन्न सेक्टरों में निवेश) करें।
- बाजार के रिकवरी का इंतजार करें: हर गिरावट के बाद बाजार फिर से ऊपर जाता है। धैर्य और समझदारी से निवेश करने वाले हमेशा लाभ में रहते हैं।