2050 तक ये 20 फीसदी से ऊपर हो जाएंगे।
भारत की बुजुर्ग आबादी युवा आयु समूहों की तुलना में तेजी से बढ़ रही है। 2046 तक भारत में बुजुर्गों की संख्या14 वर्ष तक के बच्चों की आबादी से अधिक हो जाएगी। भारत में वृद्धों की आबादी राज्य भर में भिन्न-भिन्न है। मसलन हिमाचल प्रदेश और पंजाब में 2021 में राष्ट्रीय औसत की तुलना में बुजुर्गों की हिस्सेदारी अधिक है। बढ़ती उम्र की आबादी का स्वास्थ्य प्रणालियों, श्रम और वित्तीय बाजारों, सामाजिक सुरक्षा और शिक्षा पर दूरगामी प्रभाव पड़ता है।