[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
USD-INR Buy-Sell Swap Auction : रुपये की हालत सुधाने के लिए RBI ने उठाया ये कदम, जानिए इससे क्‍या होगा?
गोवा नाइट क्लब के मालिकों को थाईलैंड से वापस लाना नहीं होगा आसान, कौन हैं लूथरा ब्रदर्स ?
अब ट्रंप के निशाने पर भारतीय चावल, नए टैरिफ की लटकी तलवार
जल संसाधन विभाग गरियाबंद की संपत्ति होगी कुर्क, दो साल पुराने हाईकोर्ट के आदेश पर कार्रवाई न होने का मामला
सोनिया गांधी को दिल्ली कोर्ट का नोटिस, नागरिक बनने से पहले वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने का आरोप
Indigo crisis: 5% उड़ानें कट, 827 करोड़ रिफंड, शेयर 18% टूटा, DGCA का नोटिस, मंत्री ने कहा – ‘देश को 5 नई एयरलाइन्स की जरुरत’
छत्तीसगढ़ में मेडिकल पीजी सीटों में राज्य कोटा 50% से घटाकर 25% किया, कांग्रेस ने इस फैसले को बताया ‘छत्तीसगढ़ विरोधी’
रायगढ़ तमनार में कोयला खदान की जनसुनवाई पर बवाल, प्रशासन ने अचानक बदला स्थान, ग्रामीणों ने लगाया धांधली का आरोप
अनाम इंडिगो कर्मचारी का ओपन लेटर वायरल, लिखा – ‘कंपनी एक दिन में नहीं टूटी, हम सबने इसे टूटते देखा
जमीन रजिस्ट्री दरों में छत्तीसगढ़ सरकार का नया आदेश, VVIP के लिए छूट जनता को पकड़ा दिया लॉलीपॉप
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
दुनिया

अब ट्रंप के निशाने पर भारतीय चावल, नए टैरिफ की लटकी तलवार

अरुण पांडेय
अरुण पांडेय
Published: December 9, 2025 2:09 PM
Last updated: December 9, 2025 2:09 PM
Share
Indian rice
SHARE

लेंस डेस्‍क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि वे भारतीय चावल और कनाडाई उर्वरकों सहित कुछ कृषि आयातों पर अतिरिक्त शुल्क लगा सकते हैं। यह बयान व्हाइट हाउस में किसानों और कृषि सचिव ब्रूक रॉलिंस के साथ एक बैठक के दौरान आया, जहां ट्रंप ने अमेरिकी किसानों के लिए 12 अरब डॉलर की सहायता पैकेज की भी घोषणा की।

खबर में खास
वैश्विक चावल बाजार की स्थितिक्‍या कहते हैं विशेषज्ञ

किसानों ने शिकायत की कि सस्ते विदेशी आयात से उनके उत्पादों की कीमतें गिर रही हैं और बाजार में प्रतिस्पर्धा मुश्किल हो गई है। विशेष रूप से भारत और थाईलैंड जैसे देशों पर सस्ता चावल निर्यात करने का आरोप लगाया गया।

ट्रंप ने कहा कि भारत अमेरिकी बाजार में चावल “डंप” नहीं कर सकता और उन्होंने ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट से पूछा कि भारत को ऐसा करने की इजाजत क्यों दी जा रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसे मामलों में टैरिफ लगाकर समस्या जल्दी सुलझाई जा सकती है।

इसी तरह कनाडा से आने वाले उर्वरकों पर भी कड़े शुल्क की बात कही, ताकि अमेरिका में घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिले। इससे भारत और कनाडा के साथ चल रही व्यापार वार्ताएं लंबी खिंच सकती हैं। इस साल की शुरुआत में ट्रंप प्रशासन ने रूसी तेल खरीद और व्यापार असंतुलन के कारण भारतीय सामानों पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया था।

वैश्विक चावल बाजार की स्थिति

2025 में अब तक अंतरराष्ट्रीय बाजार में चावल की कीमतें करीब 27 प्रतिशत तक गिर चुकी हैं। वैश्विक व्यापार का अनुमान 60 मिलियन टन के आसपास है, जबकि स्टॉक रिकॉर्ड 187 मिलियन टन पर पहुंच गया है। चावल दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा अनाज है, जिसकी खेती 100 से अधिक देश करते हैं। सिर्फ 15 देश मिलकर वैश्विक उत्पादन का 90 प्रतिशत हिस्सा देते हैं और अमेरिका पांचवां सबसे बड़ा निर्यातक है।

चालव उत्पादन में भारत का हिस्सा सबसे ज्यादा है। वैश्विक स्तर पर 28 प्रतिशत है। चीन का 27 प्रतिशत, बांग्लादेश का 7 प्रतिशत, इंडोनेशिया का 6 प्रतिशत, वियतनाम का 5 प्रतिशत और अमेरिका का सिर्फ 2 प्रतिशत है।

क्‍या कहते हैं विशेषज्ञ

मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट में इंडियन राइस एक्सपोर्टर्स फेडरेशन के अध्यक्ष डॉ. प्रेम गर्ग का कहना है कि ट्रंप द्वारा टैरिफ बढ़ाने के बावजूद भारत का चावल निर्यात कम नहीं हुआ है। अमेरिकी राइस फ्यूचर्स में दबाव मुख्य रूप से नॉन-बासमती चावल पर है। भारत ने पहले नॉन-बासमती निर्यात पर प्रतिबंध लगाया था, जिससे अमेरिका में इसकी कीमतें चरम पर पहुंच गई थीं। प्रतिबंध हटने के बाद नॉन-बासमती कीमतों में 3-4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

गर्ग के अनुसार, अगर ट्रंप चावल पर अतिरिक्त टैरिफ लगाते हैं तो भी भारतीय निर्यात पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि वैश्विक बाजार में भारतीय बासमती की मांग बहुत मजबूत है। अमेरिका में भारत डंपिंग नहीं कर रहा, बल्कि अमेरिकी आयातक पहले से ही ऑर्डर दे चुके हैं। भारत सालाना 6 मिलियन टन से ज्यादा बासमती निर्यात करता है और अमेरिका इसका छोटा बाजार है। टैरिफ बढ़ने से बासमती निर्यात प्रभावित नहीं होगा।

TAGGED:Donald TrumpIndian riceTop_Newstrump tariff
Previous Article जल संसाधन विभाग गरियाबंद की संपत्ति होगी कुर्क, दो साल पुराने हाईकोर्ट के आदेश पर कार्रवाई न होने का मामला
Next Article गोवा नाइट क्लब के मालिकों को थाईलैंड से वापस लाना नहीं होगा आसान, कौन हैं लूथरा ब्रदर्स ?
Lens poster

Popular Posts

जेएनयू की पूर्व छात्र नेता शेहला रशीद देशद्रोह के आरोपों से मुक्‍त

नई दिल्‍ली। जेएनयू की पूर्व छात्र नेता शेहला रशीद को देशद्रोह के मामले में बड़ी…

By The Lens Desk

कमलनाथ का भांजा और बीजेपी की चुप्पी

बीते एक दशक से देश की सियासत में नए किस्म की प्रवृत्ति देखने को मिल…

By राजेश चतुर्वेदी

400 एकड़ भूमि की हरियाली तबाह कर रही सरकार, सालों पुराना है यूनिवर्सिटी और सरकार के बीच का विवाद  

हैदराबाद विश्वविद्यालय और तेलंगाना सरकार के बीच कांचा गाचीबोवली में 400 एकड़ जमीन को लेकर…

By Amandeep Singh

You Might Also Like

Kangana Ranaut
देश

कंगना ने लिखा-मोदी जी महान, नड्डा ने कहा-पोस्‍ट हटाओ !

By Lens News Network
दुनिया

सऊदी अरब ने अमेरिका को दिखाया आईना! कहा – फलस्तीन के निर्माण के बिना इजरायल के साथ संबंध नहीं

By The Lens Desk
PM's visit to Chhattisgarh
छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ दौरे से पहले कांग्रेस ने PM मोदी से पूछे 21 सवाल, कहा – ‘मोदी की गारंटी दम तोड़ चुकी’

By दानिश अनवर
President Droupadi Murmu
देश

PM मोदी और अमित शाह राष्ट्रपति मुर्मू से अलग-अलग मिले, चर्चाओं का बाजार गर्म

By आवेश तिवारी

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?