नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) की समय सीमा एक हफ़्ते बढ़ा दी है। इस फैसले से लोगों को अपने नाम, पता या अन्य विवरण वोटर लिस्ट में ठीक करने के लिए अतिरिक्त समय मिल जाएगा, ताकि आने वाले चुनावों में किसी भी तरह की दिक्कत न हो।
मतदाता सूची अपडेट का काम जो पहले 4 दिसंबर तक पूरा किया जाना था वो अब 11 दिसंबर तक चलेगा। यानी कि अब वोटर वेरीफिकेशन का काम 11 दिसंबर तक चलेगा। साथ ही ड्राफ्ट वोटर रोल 9 दिसंबर की बजाय 16 दिसंबर को पब्लिश किया जाएगा।
यह बढ़ी हुई समय सीमा अंडमान-निकोबार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, पुडुचेरी, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और बंगाल में लागू होगी। आयोग का यह नया आदेश पहले जारा किए गए निर्देशों की जगह लागू होगा।
इस कदम का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि सभी राज्यों में मतदाता सूची जितनी संभव हो सके उतनी सटीक और अपडेटेड रहे। गौरतलब है कि केरल।ने स्थानीय निकाय चुनावों के मद्देनजर समय सीमा बढ़ाने की मांग की थी और इसके लिए सुप्रीम कोर्ट की शरण ली थी।
विशेष गहन पुनरीक्षण का संशोधित कार्यक्रम इस प्रकार है:
- 4 दिसंबर तक होने वाली गणना अब 11 दिसंबर तक चलेगी।
- 12 से 15 दिसंबर तक ड्राफ्ट रोल की तैयारी।
- मसौदा मतदाता सूची का प्रकाशन 16 दिसंबर तक।
- दावे और आपत्तियां 16 दिसंबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक ली जाएंगी।
- दावे और आपत्तियों का नोटिस चरण जिसमें नोटिस जारी करने से लेकर, सुनवाई करना और उनका सत्यापन करना होगा। 16 दिसंबर 2025 से 7 फरवरी 2026 तक चलेगी, जिसमें गणना प्रपत्रों पर निर्णय और दावों तथा आपत्तियों का निपटान ईआरओ करेंगे।
- 10 फरवरी तक मतदाता सूची के स्वास्थ्य मापदंडों की जांच करना तथा अंतिम प्रकाशन के लिए आयोग की अनुमति प्राप्त करना होगा।
- मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 14 फरवरी 2026 को किया जाएगा।
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