लेंस डेस्क। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में बीते दिनों ऐसी घटना सामने आई जिसने साबित कर दिया कि संकट के समय इंसानियत की ताकत किसी भी बाधा को पार कर सकती है। एक युवक की जान जोखिम में थी। उसे बचाने के लिए दो युवकों ने भी अपनी जान जोखिम में डाल दी।
पीलीभीत के टनकपुर हाइवे पर गौहनियां चौराहे के निकट एक गंभीर सड़क हादसा होने से बच गया। एक बच्चे को बचाने के प्रयास में एक कार अनियंत्रित होकर पास स्थित गहरे तालाब में समा गई। इस घटना में कार सवार युवक शुभम तिवारी का जीवन संकट में पड़ गया था, लेकिन दो साहसी युवकों फैसल और दिनेश ने अपनी जान की परवाह किए बिना उसे पानी से बाहर निकालकर बचाया।
यह घटना 27 नवंबर की सुबह लगभग 10 बजकर 30 मिनट पर घटी। अवधनगर कॉलोनी से टनकपुर हाइवे की ओर जा रहे मोहल्ला सुनगढ़ी के निवासी शुभम तिवारी काशीराम बरातघर के आसपास एक बच्चे को बचाने के लिए अचानक ब्रेक लगाने पर कार पर नियंत्रण खो बैठे। जिसके बाद कार सीधे गौहनियां चौराहे के पास बने गहरे तालाब में जा गिरी और करीब पचास फुट गहराई तक चली गई।
उसी समय तालाब के एक किनारे पर मछली पकड़ रहे नाविक फैसल ने शोर शराबा सुना तो पूरा माजरा समझ में आया। उसने बिना किसी देरी के उन्होंने अपनी नाव को कार की ओर मोड़ा। फैसल ने अकेले ही शुभम को बाहर निकालने का प्रयास शुरू किया, लेकिन इस दौरान उनकी नाव भी पलट गई। फिर भी फैसल ने शुभम को कार से बाहर खींचने में सफल रहा।
अब चुनौती थी फैसल को किराने तक लाने की थी। तभी पास की सड़क से गुजर रहे दिनेश कुशवाहा भी बिना देर किए तालाब में कूद पड़े और फैसल की मदद की। दोनों ने मिलकर शुभम को सुरक्षित रूप से किनारे तक पहुंचा दिया।

