लेंस डेस्क। अमेरिका अब सभी विकासशील और गरीब देशों (जिन्हें वे थर्ड वर्ल्ड कंट्रीज कहते हैं) से आने वाली आव्रजन प्रक्रिया को स्थायी रूप से रोकने का फैसला किया है। इस कदम से दुनिया भर में लाखों-करोड़ों लोग प्रभावित होंगे जो नौकरी, पढ़ाई या अपने देश में उत्पीड़न से बचने के लिए अमेरिका आना चाहते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को यह ऐलान तक किया है जब एक अफगान नागरिक द्वारा व्हाइट हाउस के पास तैनात दो नेशनल गार्ड सैनिकों पर गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया गया।

ट्रूथ सोशल पर अपनी पोस्ट में ट्रंप ने लिखा कि तकनीकी रूप से भले ही अमेरिका बहुत आगे बढ़ गया हो, लेकिन आव्रजन नीतियों की वजह से आम नागरिकों का जीवन स्तर गिरता जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह बाइडेन के कार्यकाल में आए करोड़ों अवैध प्रवासियों को बाहर करेंगे, ग्रीन कार्ड-नागरिकता छीनेंगे, जो लोग देश के लिए फायदेमंद नहीं हैं या अमेरिका से प्यार नहीं करते उन्हें हटाएंगे, गैर-नागरिकों को मिलने वाली सभी सरकारी सुविधाएँ और सब्सिडी बंद करेंगे, साथ ही जो विदेशी नागरिक देश की शांति भंग करते हैं, सुरक्षा के लिए खतरा हैं या पश्चिमी सभ्यता में फिट नहीं बैठते, उन्हें भी वापस भेजा जाएगा।
ट्रंप ने इसे “रिवर्स माइग्रेशन” का नाम दिया और कहा कि यही एकमात्र इलाज है। पोस्ट के अंत में उन्होंने लिखा, “हैपी थैंक्सगिविंग सबको… सिवाय उन लोगों के जो अमेरिका से नफरत करते हैं, चोरी करते हैं, हत्या करते हैं और देश को बर्बाद करना चाहते हैं वे ज्यादा दिन यहाँ नहीं टिकेंगे!”
यह घोषणा उस गोलीबारी की घटना के ठीक बाद आई है जिसमें व्हाइट हाउस से कुछ ही दूरी पर 29 साल के अफगान मूल के रहमानुल्लाह लकानवाल ने दो नेशनल गार्ड सैनिकों 20 साल की सारा बेकस्ट्रॉम और 24 साल के एंड्र्यू वोल्फ पर नजदीक से गोलियां चलाईं। सारा की मौत हो गई, जबकि एंड्र्यू की हालत गंभीर बनी हुई है। लकानवाल 2021 में अमेरिकी सेना की अफगानिस्तान से वापसी के बाद अमेरिका आया था। अभी हमले का मकसद साफ नहीं हुआ है।
इस घटना के बाद अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा विभाग ने अफगान नागरिकों से जुड़े सभी आवेदनों पर अनिश्चित काल के लिए रोक लगा दी। ट्रंप ने घोषणा से कुछ मिनट पहले 2021 की उस तस्वीर को फिर शेयर किया जिसमें अफगानों को सैन्य विमान से निकाला जा रहा था और लिखा, “लाखों बिना जांच-पड़ताल के हमारे देश में घुस आए। हम इसे ठीक करेंगे, लेकिन जो बाइडेन और उसके साथियों ने किया, उसे कभी नहीं भूलेंगे।”
एक दूसरी पोस्ट में ट्रंप ने थैंक्सगिविंग की शुभकामना कुछ इस अंदाज में दी “उन सभी अमेरिकियों को बहुत-बहुत हैपी थैंक्सगिविंग जिन्होंने ‘राजनीतिक शुद्धता’ और मूर्खता की वजह से अपने देश को लुटने-कटने, हत्याओं, मारपीट और दुनिया के सामने मजाक बनने दिया।” उन्होंने दावा किया कि इस वक्त अमेरिका में 5.3 करोड़ विदेशी रह रहे हैं, जिनमें ज्यादातर “फेल स्टेट्स, जेलों, मानसिक अस्पतालों, गैंग्स और ड्रग माफिया” से आए हैं। उनके और उनके बच्चों का खर्च अमेरिकी टैक्सपेयर उठा रहे हैं।
ट्रंप ने कहा कि यही शरणार्थी बोझ आज अमेरिका में अपराध, स्कूलों की बर्बादी, अस्पतालों में भीड़, आवास की कमी और बजट घाटे का सबसे बड़ा कारण है। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि कभी शानदार रहा मिनेसोटा राज्य अब सोमालिया से आए सैकड़ों हजार शरणार्थियों के कब्जे में है।

