लेंस डेस्क। चुनाव आयोग द्वारा शुरू की गई स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) की ऑनलाइन प्रक्रिया वोटरों के लिए सिरदर्द का कारण बन रही है। विशेष रूप से उन वोटरों के लिए जिनके मोबाइल नंबर अपडेट नहीं हैं। ऐसे वोटरों की SIR प्रक्रिया ही पूरी नहीं हो पा रही है, जबकि 4 दिसंबर तक ही आखिरी डेट है।
मतदाताओं की सुविधा के लिए चुनाव आयोग ने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। यह दावा किया गया था कि जो मतदाता किसी कारणवश बाहर हैं और बीएलओ से संपर्क नहीं कर सकते, वे ऑनलाइन प्रक्रिया का अपना सकते हैं।
द लेंस को गाजियाबाद के एक मतदाता ने बताया कि जब उन्होंने SIR के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी करने का प्रयास किया, तो उन्हें पता चला कि उनका मोबाइल नंबर अपडेट नहीं है। चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार वोटर पहचान पत्र के साथ मोबाइल नंबर का लिंक होना अनिवार्य है। इसलिए जिन वोटरों का मोबाइल नंबर अपडेट नहीं है, उन्हें तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

मतदाता ने बताया कि मोबाइल नंबर अपडेट करने के लिए भी ऑनलाइन व्यवस्था है, जिसके लिए फॉर्म 8 भरना होता है। उन्होंने फॉर्म 8 भर दिया और संदेश प्राप्त हुआ कि “आपके अनुरोध पर मोबाइल नंबर से संबंधित संशोधन प्रक्रिया जारी है।” मतदाता ने बताया कि मोबाइल नंबर तुरंत अपडेट न होने के कारण वे SIR प्रक्रिया भी पूरी नहीं कर पा रहे हैं।
उन्होंने जब इस समस्या के संबंध में चुनाव आयोग के टोल फ्री नंबर 1950 पर संपर्क किया, तो उन्हें बताया गया कि वेबसाइट 9 दिसंबर तक फ्रीज कर दी गई है। इस स्थिति में मतदाता के सामने यह समस्या है कि SIR प्रक्रिया तो 4 दिसंबर तक ही चलनी है, लेकिन उनका मोबाइल नंबर अभी तक अपडेट नहीं हो पाया है।
द लेंस ने उनकी परेशानी के संबंध में संबंधित बीएलओ से बात की। बीएलओ ने बताया कि वे ऑफलाइन फॉर्म जमा कर रहे हैं। यदि ऑनलाइन फॉर्म भरने में कठिनाई हो रही है, तो फॉर्म ऑफलाइन जमा किया जा सकता है। जब ऑनलाइन प्रक्रिया के बारे में जानकारी मांगी गई, तो बीएलओ ने बताया कि उन्हें इसके बारे में जानकारी नहीं है।
गौरतलब है कि SIR प्रक्रिया सबसे पहले बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले देश में अपनाई गई थी। उसके बाद 12 राज्यों में 4 नवंबर से यह प्रक्रिया शुरू की गई है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार दूसरे चरण में 50 करोड़ से अधिक फॉर्म वितरित किए जा चुके हैं। लेकिन ऐसे में परेशानी उन वोटरों के सामने है, जो ऑनलाइन के चक्कर में परेशान हो रहे हैं।

