Anant Singh Arrest: बिहार के मोकामा इलाके में चुनावी रंजिश से उपजी हिंसा ने एक बुजुर्ग नेता की जान ले ली। इस मामले में JDU के दिग्गज नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह को पटना पुलिस ने शनिवार रात उनके घर से हिरासत में ले लिया। यह गिरफ्तारी RJD नेता दुलारचंद यादव की हत्या से जुड़ी है, जिसकी घटना 30 अक्टूबर को हुई थी। पुलिस का कहना है कि अनंत सिंह घटनास्थल पर मौजूद थे, इसलिए उन्हें मुख्य आरोपी माना जा रहा है।
गिरफ्तारी के बाद अनंत सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की। उन्होंने लिखा, “सत्य की हमेशा जीत होती है। मोकामा की जनता पर मेरा पूरा भरोसा है, अब चुनाव की जंग वे खुद लड़ेंगे।” गिरफ्तारी के वक्त अनंत सिंह अपने समर्थकों के साथ प्रचार में व्यस्त थे। वे सफेद कपड़ों और चश्मे में नजर आए। पुलिस टीम करीब 150 जवानों के साथ उनके बेढ़ना गांव के घर पहुंची, जिसका नेतृत्व SSP कार्तिकेय शर्मा कर रहे थे।
मोकामा से जनसुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी ने गिरफ्तारी को सकारात्मक बताया लेकिन सवाल भी उठाए। उन्होंने कहा “यह कदम तो ठीक है, लेकिन पहले क्यों नहीं? अनंत सिंह 50 गाड़ियों के काफिले के साथ घूम रहे थे और प्रचार भी कर रहे थे। FIR के बाद ही पकड़ना चाहिए था। अब जांच साफ-सुथरी होनी चाहिए, ताकि परिवार को न्याय मिले।”वहीं, RJD नेता तेजस्वी यादव ने पहले ही चुनाव आयोग पर हमला बोला था।
उन्होंने ट्वीट किया था कि चुनाव आयोग सो रहा है क्या? एनडीए उम्मीदवारों के काफिले में बंदूकें लहराई जा रही हैं रिश्वत बांटी जा रही है और हत्याएं हो रही हैं। तेजस्वी ने पूछा, “कानून सिर्फ विपक्ष के लिए है क्या? लोकतंत्र का क्या होगा?”
पुलिस का खुलासा: झड़प में हुई हत्या, अनंत सिंह मुख्य संदिग्ध
SSP कार्तिकेय शर्मा ने मीडिया को बताया कि 30 अक्टूबर को दो उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच भिड़ंत हो गई। पथराव से कई लोग घायल हुए और बाद में दुलारचंद यादव (76 वर्ष) का शव मिला। वे उसी गांव के रहने वाले थे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, गवाहों के बयान और सबूतों से साफ है कि यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन था। अनंत सिंह वहां मौजूद थे, इसलिए उन्हें और उनके साथियों मणिकांत ठाकुर व रंजीत राम को गिरफ्तार किया गया।
CID ने भी जांच में मदद की। SSP ने कहा कि पोस्टमॉर्टम के दौरान हुई अलग झड़प पर भी केस दर्ज है। पुलिस का दावा है कि सख्ती से अपराधियों को बेनकाब किया जाएगा।
चुनाव आयोग की कार्रवाई: अफसर हटाए, नई तैनाती
हत्या के बाद चुनाव आयोग ने तेजी दिखाई। शनिवार शाम को बाढ़ के SDM चंदन कुमार, ग्रामीण SP विक्रम सिहाग, SDPO-1 राकेश कुमार को हटा दिया गया। SDPO-2 अभिषेक सिंह को सस्पेंड कर दिया। नई नियुक्तियां हुईं, IAS आशीष कुमार SDM बने, CID के आनंद कुमार सिंह SDPO-1, और ATS के आयुष श्रीवास्तव SDPO-2।
DM बोले, “असामाजिक तत्वों पर कोई रहम नहीं। स्वतंत्र चुनाव के लिए हम पूरी ताकत झोंकेंगे।” यह गिरफ्तारी बिहार चुनावों में हिंसा रोकने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।

