Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25वें साल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नवा रायपुर में बने आधुनिक विधानसभा भवन का उद्घाटन किया। इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्ति का भी अनावरण हुआ। 324 करोड़ रुपये की लागत से बने इस इमारत को पर्यावरण-अनुकूल बनाया गया है, जो पूरी तरह सूरज की रोशनी से बिजली चलेगा और बारिश के पानी को संरक्षित करने की व्यवस्था वाला है।
लेकिन इस मौके पर सियासत ने जोर पकड़ लिया, जब शिलापट्ट पर वर्तमान नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत का नाम न होने पर कांग्रेस ने बीजेपी पर छोटी सोच का आरोप लगाया। पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने इस पर एक वीडियो शेयर किया है और कहा कि बीजेपी की मानसिकता संकुचित है और ये दुर्भावना से भरी राजनीति करती है जो उनके स्वभाव का हिस्सा लगती है।
उन्होंने इस वीडियो के ज़रिये ये भी याद दिलाया कि जब कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने 2020 में इसकी नींव रखी थी तब तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक का नाम पट्टिका पर दर्ज किया गया था। विकास उपाध्याय ने कहा कि “नाम पट्टिका में नाम दर्ज कराने के लिए कोई मरता नहीं है, लेकिन इस छोटे से घटनाक्रम से जनता खुद समझ सकती है कि भाजपा की सोच कितनी छोटी है और संकुचित है। कांग्रेस ने हमेशा सबको साथ लेकर चलने की राजनीति की है, जबकि भाजपा विभाजन और दुर्भावना की राजनीति करती है।”

इन दोनों तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा के नवीन भवन के लोकार्पण शिलापट्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यपाल रमेन डेका लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह का नाम लिखा गया है और तिथि में शनिवार 1 नवंबर 2025 अंकित है लेकिन इसमें से विपक्ष के नेता चरण दास महंत का नाम गायब है।

दूसरी तरफ नवीन विधानसभा भवन की भूमि पूजन कार्यक्रम में तत्कालीन भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार द्वारा 23 अगस्त 2020 को भूमि पूजन कराया गया था जिसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी मुख्य अतिथि थे। इस शिलापट्ट में बतौर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरण दास महंत, लोक निर्माण विभाग के मंत्री ताम्रध्वज साहू, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे, विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी के नाम शामिल है।
इस मामले में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क नहीं हुआ। सुबह से अलग-अलग मीडिया की तरफ से इस संबंध में उनका पक्ष लेने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे जुड़े लोगों ने बताया कि वे इस संबंध में कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं।

